प्लाट लोन In Hindi: यदि आप लोन लेकर प्लाट खरीदना चाहते हैं जिसपर आप अपने सपनों का घर बनाएंगे तो ऐसे में आप प्लाट के सेल-परचेज एग्रीमेंट पर या प्लाट की रजिस्ट्री पर लोन ले सकते हैं। इस तरह के लोन को प्लाट लोन कहते हैं।
प्लाट खरीदने के लिए लोन लेने पर प्लाट का बिक्री एग्रीमेंट की आवश्यकता होती है और प्लाट का कंस्ट्रक्शन करने के लिए लोन लेने पर प्लाट की रजिस्ट्री की आवश्यकता होती हैं। आप चाहें तो प्लाट की खरीद व कंस्ट्रक्शन के लिए एक साथ लोन ले सकते है।
हालांकि ज्यादातर बैंक प्लाट की खरीद व कंस्ट्रक्शन दोनों के लिए ही प्लाट लोन देते हैं। यदि प्लाट पर कंस्ट्रक्शन का कार्य नहीं किया जाता है तो उसके लिए ब्याज दर 1 से 2 प्रतिशत बढ़ जाती हैं।
यदि आप प्लाट की रजिस्ट्री पर लोन लेकर किसी अन्य काम मे पैसे का इस्तेमाल करना चाहते हैं तो ऐसे मे आपको प्लाट पर माॅर्गेज लोन लेने की आवश्यकता होती है। क्योकि प्लाट लोन केवल प्लाट खरीदने व कंस्ट्रक्शन के लिए ही दिया जाता हैं।
Mortgage लोन के तहत बैंक प्लाट को बंधक (Mortgage) करता हैं जिसके एवज मे लोन दिया जाता हैं। जिससे आप अपनी वित्तीय जरूरतों को पूरा कर सकते हैं।
प्लाट लोन और होम लोन मे अंतर
जहां होम लोन तैयार घर को खरीदने या मरम्मत के लिए लिया जा सकता है। वही खाली जमीन को खरीदने या कंस्ट्रक्शन करने के लिए प्लाट लोन लिया जाता है।
प्लाट लोन की अधिकतम अवधि 15 होती हैं जबकि होम लोन की अधिकतम अवधि 25 या 30 साल होती है।
होम लोन की ब्याज दर 6.5 से 9 प्रतिशत होती हैं। जबकि प्लाट लोन की ब्याज दर होम लोन की ब्याज दर से 1 से 1.5 प्रतिशत अधिक होती हैं।
प्लाट पर कितना लोन मिल सकता है?
प्लाट पर कितना लोन मिल सकता हैं यह बैंक के LTV (Loan To Value Ratio) पर निर्भर करता हैं। बैंक प्लाट की मार्किट वैल्यू तय करके लोन की रकम तय करता हैं। प्लाट की रकम कई बातों पर निर्भर करती हैं जैसे-
प्लाट की Loan To Value Ratio (जिसे बैंक तय करता है)
उधारकर्ता की इनकम
उधारकर्ता की क्रेडिट हिस्ट्री / सिबिल स्कोर
रिपेमेंट क्षमता
बैंक सभी तथ्यों को ध्यान में रखकर लोन की रकम तय करता हैं। प्लाट लोन के अंतर्गत प्लाट की वैल्यू का 60 से 70 प्रतिशत लोन ही मिल सकता हैं। प्लाट लोन की अधिकतम रकम पात्रता के अनुसार 10 करोड रूपए भी हो सकती है।
प्लाट लोन नियम व शर्ते
प्लाट लोन की बहुत से नियम व शर्ते होती हैं जैसे-
• प्लाट लोन का इस्तेमाल केवल प्लाट खरीदने के लिए या प्लाट के कंस्ट्रक्शन के लिए ही किया जा सकता हैं।
• लोन अप्रूवल की तिथि से निर्धारित समय तक प्लाट पर निर्माण कार्य शुरू नहीं किया जाता हैं तो ब्याज दर में बढ़ोतरी की जा सकती हैं।
• प्लाट की लोकेशन आवासीय सीमा के भीतर होनी चाहिए।
• प्लाट खरीदने के लिए लगभग 30 प्रतिशत रकम की व्यवस्था उधारकर्ता को ही करनी होती है।
• प्लाट पर कंस्ट्रक्शन केवल आवास के उद्देश्य से किया जा सकता है।
• कृषि योग्य भूमि पर प्लाट लोन नही दिया जाता हैं।
• प्लाट, संबंधित Authority से स्वीकृत होना चाहिए।
• शहरी आवासीय सीमा के भीतर प्लाट होने पर अधिक लोन मिल सकता हैं।
• ग्रामीण आवासीय सीमा के अंतर्गत प्लाट होने पर कम लोन ही मिल पाता है।
प्लाट लोन पात्रता (Eligibility)
• आवेदनकर्ता भारत का नागरिक होना चाहिए।
• आवेदनकर्ता की इनकम का साधन होना चाहिए जैसे- नौकरी, व्यवसाय।
• आवेदनकर्ता की लोन हिस्ट्री अच्छी होनी चाहिए।
• प्लाट संबंधित अथॉरिटीज या नगर निगम द्वारा स्वीकृत होना चाहिए।
• प्लाट खरीदने के लिए लगभग 30 प्रतिशत रकम आवेदक के पास होनी चाहिए।
प्लाट लोन आवश्यक दस्तावेज
• पहचान प्रमाण: आधार कार्ड, पहचान पत्र, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस मे से कोई एक होना चाहिए।
• निवास प्रमाण: रेजिडेंट सर्टिफिकेट, पासपोर्ट, आधार कार्ड आदि में से कोई एक होना चाहिए।
• इनकम प्रमाण: सैलरी स्लिप, बैंक स्टेटमेंट, इनकम टैक्स रिटर्न, फार्म 16 आदि
• प्लाट के कागजात: प्लाट की रजिस्ट्री, सेल-परचेज एग्रीमेंट आदि।
प्लाट लोन कैसे ले
प्लाट लोन लेने की प्रक्रिया होम लोन की तरह ही होती हैं। इसके लिए बैंक या एनबीएफसी मे आवेदन किया जाता है।
जिस प्लाट को खरीदने के लिए लोन लेना चाहते हैं उसका सेल-परचेज अग्रीमेंट की आवश्यकता भी होती हैं।
यदि सिर्फ प्लाट को बनाने के लिए लोन की आवश्यकता है तो प्लाट की रजिस्ट्री या कागजात की जरूरत होती है।
आवेदन के बाद बैंक आपकी इनकम, व्यवसाय व प्लाट के बारे में ज़रूरी जानकारी मांगता है।
सबकुछ सही होने पर आपकी पात्रता (Eligibility) के हिसाब से लोन दिया जाता है।
बैंक पूरी वेरिफिकेशन के बाद ही लोन मंजूर करता हैं जिसके लिए आपकी प्राॅपर्टी यानी प्लाट का वेरिफिकेशन भी किया जाता है।
प्लाट लोन ब्याज दर (Interest Rate)
Banks | Interest (P.A.) |
PNB Housing Plot Loan | 8.55% -10.55% |
HDFC Plot Loans | 7.05% – 7.95% |
Federal Bank Plot Loan | 7.65% – 7.80% |
SBI Plot Loans | 6.75% – 7.30% |
Karnataka Bank Plot Loan | 10.89%-12.09% |
Shriram Housing Finance | 8.90% |
ICICI Bank Land Loan | 7.00% – 7.80% |
Maharashtra Bank Plot Loan | 6.95%-7.25% |
प्लाट लोन की ब्याज दर कई कारणों से कम या ज्यादा हो सकती हैं जैसे-
आवेदक की प्रोफाइल
लोन टू वैल्यू रेश्यो
लोन की रकम
लोन की अवधि आदि।
किन बातों का ध्यान रखें
• प्लाट खरीदने के लिए लोन लेने पर खरीद बिक्री एग्रीमेंट का होना आवश्यक होता हैं।
• प्लाट लोन लेने से पहले किसी भी वाद विवाद से बचने के लिए प्लाट की कानूनी जांच जरूर करें।
• यदि अधिक लोन लेना चाहते हैं तो प्लाट की खरीद व कंस्ट्रक्शन दोनों के लिए ही लोन लेना चाहिए।
• प्लाट लोन लेने के बाद निश्चित समय में निर्माण कार्य शुरू कर देना चाहिए। जिससे ब्याज में होने वाली बढ़ोत्तरी से बचा जा सकता हैं।
• लोन की रकम कंस्ट्रक्शन मे आने वाले खर्च के हिसाब से किस्तों में भी ली जा सकती हैं। जिससे ब्याज में फायदा होता है।
प्लाट लोन की विशेषताएं
• प्लाट लोन की न्यूनतम वार्षिक ब्याज दर 7.50% होती है
• प्लाट खरीदने व कंस्ट्रक्शन दोनों के लिए लोन मिलता है।
• निश्चित समय मे कंस्ट्रक्शन का कार्य शुरू करने पर ब्याज दर लगभग होम लोन के बराबर ही रहती है।
• लोन चुकाने की अवधि 15 साल तक हो सकती है।
• लोन मिलने की प्रक्रिया आसान होती है।
• प्रोसेसिंग फीस भी कम होती है लगभग 0.25 से 1 प्रतिशत।
• यदि लोन की ब्याज दर फ्लोटिंग है तो लोन की प्री पेमेंट करने पर कोई शुल्क नहीं होता है।
• महिला आवेदक के लिए ब्याज दर में छूट मिल जाती है।
• नौकरी या बिजनेस करने वाले व्यक्ति को लोन मिल सकता है।
आपने इस आर्टिकल मे प्लाट लोन के बारे में जाना हैं। जैसे प्लाट लोन क्या हैं, प्लाट की रजिस्ट्री पर लोन कैसे लें, प्लाट लोन ब्याज दर, अवधि, जरूरी दस्तावेज आदि।
उम्मीद है आपको यह आर्टिकल अच्छा लगा होगा और इसमें बताई गई जानकारी आपके लिए उपयोगी होगी। यदि आपके मन में प्लाट लोन से संबंधित कोई सवाल हैं तो आप हमें कमेंट कर सकते हैं। धन्यवाद
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