पैसे की आवश्यकता हर किसी को हैं। लेकिन पैसे का सही समय पर इंतजाम कर पाना बहुत मुश्किल होता हैं। जिसके मद्देनजर लोग पर्सनल लोन की तरफ आकर्षित होते हैं। क्योंकि पर्सनल बहुत कम समय में मुहैया हो जाता हैं। साथ ही पर्सनल लोन के लिए बहुत कम दस्तावेजों की दरकार होती हैं। जिसे पूरा करना आसान होता हैं। हालांकि सबकुछ सही होने पर पर्सनल लोन बहुत जल्दी मिल जाता हैं, फिर भी बहुत से लोगों को पर्सनल लोन के तहत आवेदन रिजेक्ट होने का सामना करना पड़ता हैं।
पर्सनल लोन की आवेदन रिजेक्ट या अस्वीकार होने के बहुत से कारक हो सकतें हैं जिनके बारे में आवेदनकर्ता को जरूर जानकारी होना चाहिए। हालांकि कुछ मुख्य कारण हैं जिनकी वजह से अक्सर पर्सनल लोन की आवेदन बैंक द्वारा खारिज कर दी जाती हैं। इस पोस्ट में आपको ऐसे ही 5 बड़े कारणों के बारे में जानकारी मिलेगी जिनका ध्यान रखकर पर्सनल लोन आवेदन रिजेक्ट होने से बच सकते हैं।
बकाया लोन होना
यदि आपने पहले भी कोई लोन लिया हैं जिसका बकाया अभी बाकी हैं। तो यह सबसे बड़े कारणों में से एक हो सकता हैं जो आपकी लोन एप्लीकेशन को रिजेक्ट करवा सकता हैं। जब भी ऊधारकर्ता के ऊपर कोई बकाया लोन होता हैं तो बैंक अन्य लोन देना मुनासिब नहीं समझते हैं। क्योंकि ऐसा हो सकता हैं कि ऊधारकर्ता के ऊपर पहले व इस लोन की ईएमआई का बोझ बढ़ने से लोन के भुगतान में दिक्कतें आ सकती हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए आपको पहले सभी बकाया लोन को चुका देना चाहिए तभी नये पर्सनल लोन के लिए आवेदन करना चाहिए।
आय कम होना
बैंक पर्सनल लोन देते समय बहुत ज्यादा संवेदनशीलता दिखाते हैं। क्योंकि पर्सनल लोन के लिए बैंक किसी सिक्योरिटी जमा करने की मांग नहीं करते हैं। हालांकि बैंक उन सभी पहलुओं के बारे में सोचते हैं जिससे लोन कि रिपेमेंट में कोई दिक्कत ना आये। इसमें आवेदनकर्ता की सैलरी/आय एक बड़ा कारक हैं, जिसपर बैंक अधिक ध्यान देते हैं। यदि आवेदनकर्ता की इनकम ज्यादा या पर्याप्त हैं तब लोन मिलना काफी आसान होता हैं। और यदि आवेदनकर्ता की इनकम कम या अपर्याप्त हैं तो पर्सनल लोन मिलना बहुत मुश्किल हो सकता हैं। इसलिए यदि आपकी आय काफी कम है तो आपको पर्सनल लोन के आवेदन में रिजेक्शन का सामना करना पड़ सकता हैं।
सिबिल स्कोर कम होना
पर्सनल लोन के लिए सिबिल स्कोर बहुत महत्वपूर्ण होता हैं। जब सिबिल स्कोर अच्छा हो तब कोई भी बैंक आपको आसानी से पर्सनल लोन मुहैया करा सकता हैं। और यदि आपका सिबिल स्कोर कम हैं तो आपको कोई भी बैंक पर्सनल लोन नही देगा। सिबिल स्कोर आवेदनकर्ता के बारे में वो सभी जानकारी मुहैया करता हैं जो एक बैंक को पर्सनल लोन देने के लिए चाहिए। आवेदनकर्ता के वित्तीय व्यवहार के बारे में तमाम जानकारियां सिबिल स्कोर के जरिए प्राप्त हो जाती हैं। दरअसल खराब वित्तीय व्यवहार वाले व्यक्ति का सिबिल स्कोर कम होता हैं और अच्छे सिबिल स्कोर होना अच्छा वित्तीय व्यवहार दर्शाता हैं।
बार बार लोन अप्लाई करना
बार बार पर्सनल लोन अप्लाई करना भी आपके लिए लोन लेने में दिक्कतें खड़ी कर सकता हैं। आपको पर्सनल लोन के लिए एक से अधिक आवेदन नहीं करना चाहिए। आप जितनी ज्यादा आवेदन करते हैं, तो आपकी लोन मिलने की उम्मीद उतनी ही कम होती जाती हैं। इसलिए कोशिश करें कि आप ज्यादा बार पर्सनल लोन आवेदन ना करें। ध्यान रहे कि आप जितनी बार लोन आवेदन करते हैं, हर बार आपका सिबिल स्कोर भी कम होता जाता हैं।
गलत दस्तावेज
पर्सनल लोन के लिए अमूमन पहचान, आय व निवास संबंधी दस्तावेजो की आवश्यकता होती हैं। यदि आवेदनकर्ता के द्वारा दिए गए दस्तावेजों में कोई ग़लती या त्रुटि पाई जाती हैं तो लोन एप्लीकेशन रिजेक्ट हो सकती हैं। आवेदनकर्ता के द्वारा लोन की आवेदन में दर्ज किया गया विवरण, प्रस्तुत किए गए दस्तावेजों के आधार पर सही नहीं पाया जाता है तब भी लोन आवेदन अस्वीकार कर दिया जाता हैं। इसलिए पर्सनल लोन लेने के लिए सही दस्तावेजों का होना बहुत आवश्यक होता हैं।
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