मकान की रजिस्ट्री डॉक्यूमेंट्स के आधार पर लोन प्रक्रिया की जानकारी
रजिस्ट्री डॉक्यूमेंट्स पर लोन: बैंक व NBFC कैसे करते हैं अप्रूव और क्या होती है पूरी प्रक्रिया

मकान की रजिस्ट्री के आधार पर लोन कैसे लें? जानिए पूरी प्रक्रिया, डॉक्यूमेंट्स, ब्याज दर और फायदे

अगर आपने नया घर खरीदा है और फंड्स की जरूरत है, तो मकान की रजिस्ट्री डॉक्यूमेंट्स पर लोन लेना एक स्मार्ट विकल्प हो सकता है। जानें इस लोन की प्रक्रिया, जरूरी दस्तावेज, ब्याज दरें और फायदे।

मकान की रजिस्ट्री के बाद भी फंड्स की जरूरत होने पर ये करें

नया घर खरीदना हर किसी के जीवन की एक बड़ी उपलब्धि होती है, लेकिन अक्सर रजिस्ट्री के बाद लोगों को फर्निशिंग, रेनोवेशन, बच्चों की पढ़ाई या अन्य खर्चों के लिए पैसों की जरूरत पड़ ही जाती है। अगर आपने हाल ही में अपने घर की रजिस्ट्री करवाई है और अभी भी आप वित्तीय सहायता की आवश्यकता महसूस कर रहे हैं, तो आपके लिए “मकान की रजिस्ट्री डॉक्यूमेंट्स पर लोन” एक प्रभावी विकल्प हो सकता है। बैंक और NBFCs इस रजिस्ट्री को गिरवी रखकर लोन देते हैं, जिसे प्राॅपर्टी लोन, होम लोन टाॅप अप लोन, LAP यानी लोन अगेंस्ट प्रॉपर्टी भी कहा जाता है।

रजिस्ट्री पर लोन क्या है?

यह एक ऐसा लोन होता है जो किसी संपत्ति (मकान, फ्लैट, प्लॉट आदि) के रजिस्ट्री डॉक्यूमेंट्स को बैंक/फाइनेंशियल संस्था के पास सिक्योरिटी के तौर पर रखकर लिया जाता है। और आपको लोन दे दिया जाता हैं। इसे आमतौर पर निम्न नामों से जाना जाता है:

  • लोन अगेंस्ट प्रॉपर्टी (Loan Against Property)
  • होम लोन टॉप-अप
  • प्रॉपर्टी लोन (Property Loan)

यह लोन व्यक्ति की व्यक्तिगत, पेशेवर या मेडिकल जरूरतों को पूरा करने के लिए लिया जा सकता है।

रजिस्ट्री पर मिलने वाले लोन की राशि कितनी हो सकती है?

बैंक और NBFC आमतौर पर प्रॉपर्टी की मौजूदा मार्केट वैल्यू के आधार पर लोन राशि तय करते हैं।

प्रॉपर्टी की वैल्यूअनुमानित लोन अमाउंट (50%-70%)
₹50 लाख₹25 लाख से ₹35 लाख
₹1 करोड़₹50 लाख से ₹70 लाख
₹1.5 करोड़₹75 लाख से ₹1.05 करोड़

किन आवश्यक दस्तावेजों की जरूरत होती है?

मकान की रजिस्ट्री पर लोन लेने के लिए आपको कई दस्तावेजों की आवश्यकता होती हैं।

प्रॉपर्टी से जुड़े दस्तावेज:

  • रजिस्ट्री डीड (Registry Deed)
  • साइट प्लान
  • खसरा-खतौनी (यदि applicable हो)
  • नक्शा (Approved Map)
  • बिल्डिंग एप्रूवल सर्टिफिकेट
  • लास्ट पेड प्रॉपर्टी टैक्स रसीद

पर्सनल और फाइनेंशियल डॉक्यूमेंट्स:

  • आधार कार्ड, पैन कार्ड
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • सैलरी स्लिप / ITR
  • बैंक स्टेटमेंट (पिछले 6 महीने)
  • NOC (यदि प्रॉपर्टी किसी और के नाम पर है)

लोन लेने की प्रक्रिया (Step-by-Step Guide)

1. बैंक/NBFC से संपर्क करें:

पहले उस संस्था से संपर्क करें जो रजिस्ट्री पर लोन देती है।

2. डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन:

आपके दिए गए सभी दस्तावेजों की जांच होगी।

3. प्रॉपर्टी का फिजिकल इंस्पेक्शन:

बैंक की टीम साइट विज़िट करके प्रॉपर्टी की वैल्यू और लीगल स्थिति का मूल्यांकन करेगी।

4. लोन अप्रूवल:

सब कुछ सही मिलने पर लोन अप्रूव किया जाएगा।

5. अग्रीमेंट साइनिंग:

आपको लोन की EMI, ब्याज दर, अवधि आदि की शर्तों वाला अग्रीमेंट साइन करना होगा।

6. लोन राशि ट्रांसफर:

लोन राशि आपके बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर दी जाएगी।

समय: 7 से 15 दिन

कुछ NBFCs मात्र 3-5 दिन में लोन अप्रूव कर देते हैं।

रजिस्ट्री लोन की ब्याज दरें और अवधि

विवरणब्यौरा
ब्याज दर (औसत)9% से 14%
लोन अवधि5 से 15 साल
लोन का प्रकारसिक्योर्ड लोन
EMI मोडमासिक (Monthly Installment)

LAP vs Home Loan: क्या अंतर है?

कुछ लोन लोन अगेंस्ट प्राॅपर्टी और होम लोन को एक ही तरह का समझते हैं लेकिन असल में इन दोनो में काफी अंतर होता हैं।

फैक्टरलोन अगेंस्ट प्रॉपर्टीहोम लोन
उद्देश्यकिसी भी जरूरत के लिएसिर्फ घर खरीदने के लिए
ब्याज दरथोड़ी अधिककम
दस्तावेजअधिककम
अप्रूवल टाइमज्यादाकम
भुगतान अवधिछोटीलंबी

प्राॅपर्टी लोन के फायदे

प्राॅपर्टी लोन या रजिस्ट्री लोन के कुछ खास फायदे हो सकते हैं जो आपको अन्य लोन के तहत नहीं मिलते हैं

प्रॉपर्टी से कैश फ्लो बनाना

यदि आप अपनी प्राॅपर्टी को लोन के लिए सिक्योरिटी के तौर पर रखकर लोन लेते हैं तो इससे आप अपनी वित्तीय जरूरतों को आसानी से पूरा कर सकते हैं। इससे आप बिना प्राॅपर्टी बेचें अपने सभी काम समय पर सकते हैं।

बड़ी रकम तक लोन की उपलब्धता

प्राॅपर्टी लोन के तहत बड़ी रकम का लोन मिलने की संभावना रहती हैं क्योंकि आजकल प्राॅपर्टी के दाम काफी ऊंचे हो चुकें हैं जिसके चलते आपको प्राॅपर्टी की वैल्यू का 50 से 70 फीसदी तक लोन मिल सकता हैं।

लचीली EMI विकल्प

लोन के भुगतान के लिए आपको ईएमआई के तौर पर लोन का भुगतान करने का विकल्प मिलता हैं। इससे आप आसानी से हर महीने ईएमआई भरकर लोन का भुगतान कर सकते हैं।

टैक्स लाभ (कुछ शर्तों पर)

प्राॅपर्टी लोन के तहत आपको आय टैक्स पर लाभ भी मिल सकता हैं। इसके बारे में आप पहले ही जानकारी लेना सही रहता हैं।

रजिस्ट्री लोन ध्यान देने योग्य बातें

समय पर EMI भरें, नहीं तो क्रेडिट स्कोर प्रभावित हो सकता है

रजिस्ट्री लोन एक सिक्योर्ड लोन होता हैं जिसके लिए आपकी प्राॅपर्टी सिक्योरिटी के तौर पर बैंक या एनबीएफसी के पास रखी जाती हैं। यदि आप समय पर लोन का भुगतान नहीं करते हैं तो आपका सिबिल स्कोर तो खराब होगा ही साथ ही आपकी प्राॅपर्टी पर भी संकट आ सकते हैं।

ब्याज दरों की तुलना अलग-अलग बैंकों में जरूर करें

लोन लेने से पहले आपको अलग-अलग बैंक व एनबीएफसी की ब्याज दरों की तुलना करनी चाहिए इससे आप किफायती दरों पर लोन का चुनाव कर सकते हैं।

लोन लेने से पहले अपनी ज़रूरत का मूल्यांकन करें

लोन लेने से पहले आपको अपनी जरूरत का आंकलन जरूर करना चाहिए आपकी जितनी रकम के लोन की आवश्यकता हैं उतनी रकम का लोन अप्लाई करें क्योंकि अधिक रकम का लोन लेने पर आपको अधिक ब्याज का भुगतान करना पड़ता हैं।

अपना बजट को जरूर महत्व दें

कोई भी लोन लेने से पहले अपने बजट को जरूर ध्यान में रखें। इससे आप सही लोन रकम और ईएमआई का चुनाव कर सकते हैं। बिना बजट के कोई भी वित्तीय निर्णय आपके लिए दिक्कतें पैदा कर सकता हैं।

FAQs: रजिस्ट्री डॉक्यूमेंट्स पर लोन से जुड़े सामान्य सवाल

Q1. क्या यह लोन सभी बैंकों से मिल सकता है?

उत्तर: नहीं, कुछ बैंक और NBFCs ही यह लोन ऑफर करते हैं।

Q2. क्या यह लोन सैलरीड और सेल्फ-एम्प्लॉइड दोनों ले सकते हैं?

उत्तर: हां, दोनों के लिए यह सुविधा उपलब्ध होती है।

Q3. क्या मैं यह लोन मकान की किश्त भरने के लिए ले सकता हूं?

उत्तर: हां, लेकिन होम लोन टॉप-अप इसके लिए बेहतर विकल्प हो सकता है।

Q4. क्या इस लोन पर टैक्स बेनिफिट मिलता है?

उत्तर: अगर लोन का उपयोग घर के रेनोवेशन या एजुकेशन के लिए किया गया है तो कुछ मामलों में टैक्स छूट मिल सकती है।

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निष्कर्ष: सही प्लानिंग से लें रजिस्ट्री पर लोन

रजिस्ट्री के आधार पर लोन एक सुलभ और सुरक्षित विकल्प है, लेकिन इसे लेने से पहले ब्याज दर, EMI क्षमता, और ऋण चुकाने की योजना को अच्छी तरह समझना जरूरी है। सही बैंक चुनकर, सभी दस्तावेज तैयार रखकर और टाइम पर आवेदन करके आप इस सुविधा का लाभ बिना किसी रुकावट के ले सकते हैं।

Praveen Kumar

प्रवीन कुमार शेयर बाजार, पर्सनल फाइनेंस, लोन और सेविंग जैसे विषयों के जानकार लेखक हैं। वह Fincoloan.com और Paisawale.in ब्लॉग पर नियमित रूप से लेख प्रकाशित करते हैं। उन्हें जटिल वित्तीय विषयों को सरल भाषा में समझाने में विशेष महारत हासिल है। प्रवीन का उद्देश्य आम पाठकों को निवेश और वित्तीय निर्णयों में सही दिशा देना है।