RBI ने रेपो रेट में 50 बेसिस प्वाइंट की कटौती की है, जिससे यह अब 6.00% से घटकर 5.50% हो गई है। जानिए इसका असर होम लोन, ऑटो लोन और पर्सनल लोन पर क्या पड़ेगा और आपके लिए ये मौका कितना फायदेमंद हो सकता है।
RBI ने रेपो रेट में की कटौती: जानिए क्या हुआ बदलाव
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने मौद्रिक नीति की समीक्षा में एक बड़ा फैसला लिया है। रेपो रेट में 0.50% (50 बेसिस प्वाइंट) की कटौती की गई है।
अब यह दर 6.00% से घटकर 5.50% हो गई है।
इसका सीधा असर बैंकों से मिलने वाले लोन की ब्याज दरों पर पड़ेगा, जिससे आम उपभोक्ताओं को राहत मिलने की उम्मीद है।
रेपो रेट क्या होता है?
रेपो रेट वह दर होती है जिस पर RBI बैंकों को अल्पकालिक ऋण देता है।
जब रेपो रेट कम होता है, तो बैंक कम ब्याज दर पर पैसे उधार ले सकते हैं, और इसका असर ग्राहकों को दिए जाने वाले लोन पर भी दिखता है।
अब लोन लेना हुआ सस्ता – ये होंगे फायदे
होम लोन पर राहत:
अब होम लोन की EMI पहले से कम हो सकती है। खासकर वे लोग जो फ्लोटिंग रेट लोन पर हैं, उन्हें सीधा लाभ मिलेगा।
पर्सनल और ऑटो लोन भी होंगे सस्ते:
नई दरों के चलते पर्सनल लोन और वाहन ऋण पर ब्याज कम लग सकता है, जिससे आपकी जेब पर भार कम पड़ेगा।
बिजनेस लोन के लिए अच्छा मौका:
कम ब्याज दर पर व्यापार शुरू करना या विस्तार करना अब और भी आसान होगा।
किसके लिए है यह खबर खास?
- गृह खरीददार EMI कम होगी, लोन लेना आसान होगा
- नौकरीपेशा वर्ग पर्सनल लोन सस्ते हो सकते हैं
- कारोबारी वर्ग व्यापारिक लोन पर कम ब्याज दर
- युवा और स्टूडेंट्स एजुकेशन लोन पर भी राहत मिल सकती है
क्या यह लोन लेने का सही समय है?
अगर आप जल्द ही कोई घर या गाड़ी खरीदने का प्लान कर रहे हैं या बिजनेस के लिए फंडिंग की सोच रहे हैं, तो यह समय आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।
हालांकि, लोन लेने से पहले अपनी आर्थिक स्थिति, क्रेडिट स्कोर और EMI क्षमता को जरूर जांचें।
शेयर बाजार और निवेश पर असर
रेपो रेट में कटौती से शेयर बाजार में भी पॉजिटिव सेंटीमेंट बनता है। बैंकिंग और रियल एस्टेट सेक्टर में तेजी देखने को मिल सकती है।
RBI की यह कटौती आम आदमी के लिए राहत का पैगाम है। यह कदम अर्थव्यवस्था में मांग को बढ़ावा देने के लिए अहम माना जा रहा है। यदि आप किसी लोन की योजना बना रहे हैं, तो यह समय आपके लिए फायदे का सौदा हो सकता है।